History of Network Marketing नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है?

दुनिया में मौजूद हर चीज का इतिहास होता है ! और हमें किसी भी इंडस्ट्री में जाने से पहले उस इंडस्ट्री का इतिहास जानना जरूरी होता है ! आज की इस आर्टिकल में हम देखेंगे History of Network Marketing.? नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है ? और भी काफी सारी जानकारी ~~~~~~~~~~~

आज के डेट में हजारों डायरेक्ट सेलिंग कंपनियां मार्केट में वर्क कर रही है ! लेकिन क्या आपको पता है नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है?

फ़ॉर एक्सएम्पल अगर हम किसी कंपनी की हिस्ट्री को जांचे बिना उस कंपनी का शेयर खरीद लें तो क्या होगा ?

अगर वो कंपनी डूब गया तो सारा पैसा डूब जाएगा !

आखिर क्यों डूबेगा ? ~ क्योंकि आपने उस कंपनी को जांचे बिना शेयर खरीद लिए थे !
आप उस कंपनी को नही जाँचे थे कि कंपनी ने कितना पैसा मार्केट से कर्ज लिया है कब स्टार्ट हुआ है , कैसा रिटर्न दे रहा है !

इसलिए हम जिस भी इंडस्ट्री में जाना चाहते हैं उस इंडस्ट्री का इतिहास पता होना चाहिए !
क्योंकि किसी भी चीज की अगर बेसिक डिटेल्स नहीं जानेंगे और डायरेक्टली डीप में चले जाएंगे तो हमें ज्यादा समझ में नहीं आएगा !

लेकिन वहीं अगर आप बेसिक से शुरुआत करते हैं और डीप में चले जाते हैं तो आपको सारी चीजें प्रॉपर में समझ आती है !

पिछली आर्टिकल में हमने बात की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है ? इसे हमने समझा पूरी डिटेल्स में !

जैसे नेटवर्क मार्केटिंग के जन्मदाता कौन है ?

नेटवर्क मार्केटिंग का जन्म कब हुआ ?

हमारे भारत में नेटवर्क मार्केटिंग का जन्म कब हुआ ?

दुनिया में नेटवर्क मादुनिया की पहली Direct Selling कंपनी कौन सी है ?

IDSA क्या है ?

तो चलिए आगे की सफर शुरुआत कीजिए हमारे साथ , मैं “गौरव पांडे” आपका स्वागत करता हूँ gauravpanday.com की ऑफिशियल वेबसाइट पर।

नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास
Direct Selling की स्थापना कब हुई थी ?

Direct Selling की स्थापना अमेरिका में सन 1886 में David McConnell के द्वारा की गई थी !

दुनिया की पहली Direct Selling कंपनी कौन सी है ?

दुनिया की पहली नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का नाम California perfume company है ! जिसकी स्थापना सन 1886 में किया गया था !
उस वक्त दुनिया में एकमात्र ऐसी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी एवं थी जो लोगों को घर-घर जाकर किताबें बेचा करती थी !

कुछ समय के बाद David McConnell ने किताबों की बिजनेस को छोड़कर सेंठ ( perfume ) का बिजनेस करने का निर्णय लिया !

और धीरे-धीरे कंपनी की ग्रोथ काफी तेजी से ग्रोथ करने लगी ! उस वक्त California perfume company अमेरिका की एकमात्र ऐसी कंपनी थी ! जिसने महिलाओं को अपने दम पर जीना सिखा दिया , सेल्फ डिपेंडेंट होना सिखा दिया , और देखते-देखते कंपनी ने बड़ी सफलता हासिल की !

सन 1910 में अमेरिका ने डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन का गठन किया जिसमे काफी सारे रूल्स एंड रेगुलेशन शामिल किए गए !

अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन क्या है ? और इसका काम क्या है ?

डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन जितने भी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी है उसे कंट्रोल करता है वह डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के द्वारा जारी किए गए गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं या नहीं यह चेक करता है !
उसमें पाया गया California perfume company ने डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के द्वारा जारी किए गए सभी रूल्स एंड रेगुलेशन को फॉलो करता है !

👉 नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना कब हुई ?

नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना सन 1929 में महान रसायन कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehanborg ) ~ के द्वारा किया गया !
कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) का जन्म 15 जून 1887 को अमेरिका में हुआ था !

Source: ~ Google

कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ अपनी पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद 1917 में चाइना चले गये !

कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ 1917 से 1927 तक चाइना में रहें !

कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ ने देखा कि चाईना के लोग स्वस्थ रहने के लिए पोसक पूरक (Multi Vitamin) का ज्यादा इस्तेमाल करते थे ! जिसको इस्तेमाल करने से चाईना के लोग काफ़ी स्वस्थ रहते थे ! लेकिन वही दूसरी और अमेरिका के लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान नही रखते थे !

कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ के मन में एक विचार आया कि अगर मैं इसे सिख लिया और अपने अमेरिका में पोषक पूरक (Multi Vitamin) का बिजनेस शुरू किया तो अमेरिका में पोषक पूरक (Multi Vitamin) का व्यपार काफ़ी तेज़ी से ग्रोथ करेगा और अमेरिका के लोग अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रख पाएँगे !

यही सोचकर
कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ ने चाईना से प्रेरणा लिया और पोषक पूरक (Multi Vitamin) से सम्बंधित सारी जानकारियां प्राप्त की !

कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ 1928 में वापस अमेरिका लौट गए ! लौटने के बाद उन्होंने रिसर्च करके सप्लीमेंट तैयार किया !

उसके बाद कार्ल रेनबोर्ग कार्ल रेनबोर्ग ( Dr. Carl f. Rehnborg ) ~ ने 1929 में कैलिफोर्निया विटामिन नामक कंपनी स्थापना की !

और धीरे धीरे अमेरिका के लोगों को हेल्थ का खयाल रखने के प्रति जागरूक किया ! इससे उनका बिजनेस काफ़ी तेज़ी से ग्रोथ देने लगा !
एक – एक करके बहुत सारे पोषक पूरक (Multi Vitamin) प्रोडक्ट तैयार करते चले गए , और बिजनेस पूरे अमेरिका में बढ़ता चला गया !

कुछ सालों के बाद कार्ल रेनबोर्ग (Dr. Carl f. Rehnborg) के मन में एक ख्याल आया की हमारी कंपनी का नाम ब्रांडेड होना चाहिये ! इसको देखते हुए कार्ल रेनबोर्ग (Dr. Carl f. Rehnborg) ने 1939 में अपनी कंपनी का कैलिफोर्निया विटामिन से बदलकर Nutrilite रख दिया गया !

लोगों को कार्ल रेनबोर्ग (Dr. Carl f. Rehnborg) के द्वारा निर्माण किये गए प्रोडक्ट बहुत पसंद आने लगे तथा उस प्रोडक्ट से मिलने वाली रिजल्ट बहुत अच्छे आने लगे, जिससे लोगों को बहुत ज्यादा खुशी मिली !

और धीरे धीरे अपने सेल्स को और तेजी से बढ़ाने के लिए उन्होंने एक योजना तैयार किया !
और उन्ग्रहोंने सोचा ग्राहकों को अगर डिस्ट्रीब्यूटर बना लिया जाएँ और ग्राहक डिस्ट्रीब्यूटर बनने के बाद न्यू लोगों को पोषक पूरक (Multi Vitamin) के बारे में जानकारी प्रदान करें तो उस डिस्ट्रीब्यूटर के द्वारा जितने भी प्रोडक्ट बेचे जाएँगे उसमे से कुछ परसेंटेज यानी कमीशन के रुप में उन्हें दिया जाएगा !

जिससे उनके जितने भी डिस्ट्रीब्यूटर बंनगें उन्हें कुछ न कुछ फ़ायदा होगा !
जब डिस्ट्रीब्यूटर को फ़ायदा होगा तो वो और ज्यादा प्रोडक्ट सेल करेंगे जिससे व्यपार तेज़ी से ग्रोथ करेगा !

इसी योजना को नाम दिया गया MlM मल्टी लेवल मार्केटिंग , डायरेक्ट सेलिंग , नेटवर्क मार्केटिंग इत्यादि !
1945 में इसे MlM मल्टी लेवल मार्केटिंग घोषित कर दिया गया !

इसके बाद कई सारे लोग डिस्ट्रीब्यूटर बन गये और प्रोडक्ट को सेल करके कमीशन प्राप्त करने लगे !

1949 में Jay van Andel और Rechard Devos ने ज्वाइन किया और खूब परिश्रम की और बड़ी सफलता प्राप्त की !

1958 ~ 1959 में Nutrilite ने अपना कदम वापस ट्रेडिसनल मार्केट की और रुख मोड़ ली !

लेकिन Jay van Andel और Rechard Devos ने Nutrilite को छोड़ा और 1959 में एक कंपनी Amway के नाम से स्थापना की जिसका पूरा नाम था (The American Way) क्योकिं Jay van Andel और Rechard Devos ने नेटवर्क मार्केटिंग की  पोटेंशियल को समझ गए इन दोनों ने नेटवर्क मार्केटिंग की भविष्य को देखा समझा और आपस में डिस्कस किया और Amway की सुरुआत की !

Amway ने मार्केट में अपना एक दो प्रोडक्ट के साथ स्टार्ट किया जिसमे से होम केयर के प्रोडक्ट और धीरे धीरे काफी सारा प्रोडक्ट लांचिंग की जिससे Amway को दिन दोगुनी रात चौगनी ग्रोथ होने लगी ! कुछ साल के बाद Jay van Andel और Rechard Devos ने सन 1972 में Nutrilite का कुछ भाग खरीद लिया और अपने बिजनेस को काफी तेजी से बिल्ड किया और देखते ही देखते Jay van Andel और Rechard Devos ने Amway  का एक बहुत बड़ा इम्पायर खड़ा कर लिया !

इसके साथ ही साथ Amway  ने पूरी दुनिया में अपना पैर फैलाना स्टार्ट कर दिया और काफी सारे अलग अलग देशो में अपना बिजनेस यानि Amway  की स्थपाना कर दिया !

अब धीरे – धीरे Multi level marketing पुरे विश्व में फैलने लगी तो इसे गाइड करने के लिए एक संस्था की जरूरत थी ! जो हर देश की डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी को गाइड कर सके ! सिम्पल भाषा में बोलेन तो डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी को सही दिशा निर्देश दे सकें !

1978 में एक संस्था का गठन हुआ (स्थापना किया गया) ! जिसका नाम रखा गया WFDSA ~ World Federation of Direct Selling association

Source: ~ Google

अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा की ~

WFDSA ~ World Federation of Direct Selling association का काम क्या है ?

WFDSA का काम था ~ हर देश की अलग-अलग Direct Selling association बनाने की अनुमति प्रदान करना और उन्हें दिशा निर्देश देना ! और हर देश के Direct Selling association का काम था की उस देश में जितने भी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी स्टार्ट होने वाली है उसे अनुमति प्रदान करना और दिशा निर्देश देना ताकि कोई फ्रोड न कर सके !

WFDSA ~ World Federation of Direct Selling association ने प्रॉपर वे में 1985 कम करना शुरू कर दिया !

Jay van Andel और Rechard Devos ने सन 1994 में Nutrilite को पूरा भाग खरीद लिया ! 1994 के बाद Nutrilite कम्पनी Amway  का भाग बन गया !

Amway से प्रेरणा लेकिर काफी सारे लोगों ने Multi level marketing के concept को अपनाया और काफी सारी कंपनी स्टार्ट कर दी गयी देखते ही देखते इस इंडस्ट्री में एक बहुत बड़ा भूचाल आ गया और पुरे विश्व में Multi level marketing का डंका बजने लगा !

हमारे भारत में नेटवर्क मार्केटिंग का जन्म कब हुआ ?

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत सन 1995 में हुई थी !

मोदी केयर भारत की सबसे पहली नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी है !

इसके बाद भारत में Amway ने 5 मई 1998 को कदम रखा !

और देखते ही देखते काफी सारी कंपनी स्टार्ट हो गयी ! बहुत सारे कंपनी ने तो अपना एक सिस्टम निकला जिसमे कोई प्रोडक्ट था ही नहीं ! उन्होंने सिर्फ पैसों से जोइनिंग लगाईये और पैसा कमाईये , इतना पैसा लगाईये और इतने महीने में डबल पाईये इस तरह पोंजी स्कीम लेकर आई ! जिसमे से काफी सारी कंपनी मार्केट से पैसा लेकर भाग गयी ! इस तरह की कंपनिया लोगों को लालच देती थी और लोग लालच के कारण पैसा लगा देते थें !

ये एक दौर आया जहाँ नेटवर्क मार्केटिंग को लोग बदनाम करने लगे ! क्योकि हजारों ऐसी कंपनी थी जिन्होंने लोगों का पैसा लेकर भाग गया ! जिसके चलते नेटवर्क मार्केटिंग के उप्पर से लोगों का भरोसा उठ गया ! और लोग नेटवर्क मार्केटिंग को गलत नजर से देखने लगे ! और नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करने से मना करने लगे : लोगों को लगने लगा की नेटवर्क मार्केटिंग में सिर्फ लोग फ्रोड करते हैं ! और इससे दूर भागने लगें सभी लोग !

इसे लेकर नेटवर्क मार्केटिंग में जितनी भी अच्छी कम्पनिया थी ! उन सभी कंपनियों को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा !

IDSA का निर्माण कब हुआ और क्यों हुआ ?

तब सभी लोगों के सहयोग से IDSA ~ INDIA DIRECT SELLING ASSOCIATION का निर्माण किया गया ! IDSA का निर्माण का मकसद यही था की हामरे भारत में जितने भी कंपनी धोखा-धडी कर रही है उन सभी कंपनी को बंद करना !

Source: ~ Google

यह एक संस्था है जो हमारे भारत में मौजूद सभी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी जो स्टार्ट चुकी है या होने वाली है उसे अनुमति प्रदान करना और दिशा निर्देश देना ताकि कोई फ्रोड न कर सके !

हालाँकि IDSA को शुरूआती दौर में परेशानियों का सामना करना पड़ा क्योकि उस वक्त क़ानूनी तौर पर लीगल नहीं था ! IDSA का काम था की मार्किट में जो भी व्यक्ति गलत तरीके से नेटवर्क मारकेटिंग को चला रहा है उन पर ताला लगाया जाये और इसे लेकर 2003 से 2015 तक IDSA ने सरकार से गुजारिश की उसमे सरकार से यही गुजारिश किया गया की डायरेक्ट सेलिंग को लेकर एक Regulatory Body तैयार की जाये ! जिससे हामरे भारत में जो भी वयक्ति डायरेक्ट सेलिंग का बिज़नेस करना चाहते हैं वो क़ानूनी तोर पर डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस को कर सके ! और उनके साथ किसी भी तरह का धोखा धडी न हो !

सरकार ने डायरेक्ट सेलिंग को लेकर IDSA के द्वारा दिए गए Regulatory Body तैयार करने का निमंतरण स्वीकार किया और फैनली 9 सितम्बर 2016 को नियम सरकार ने डायरेक्ट सेलिंग को लेकर नियम लागू कर दिए थे ! इन नियमो के तहत जो भी कम्पनिया गलत तरीके से काम कर रही है ; उन्हें बंद करने का आदेश दिया और जो भी कम्पनिया इन नियमो को मानती ही उन्हें और बढ़ावा दिया जाये !

IDSA ~ INDIA DIRECT SELLING ASSOCIATION ने जो रूल्स & रेगुलेशन यानि (Guidelines) तैयार की ही उसके रूल्स & रेगुलेशन को ध्यान में रखते हुए फॉलो करते हुए वर्क करने की सलाह देती है ! जो कम्पनी IDSA ~ INDIA DIRECT SELLING ASSOCIATION के रूल्स & रेगुलेशन यानि (Guidelines) को फॉलो नहीं करती है उसे IDSA सस्पेंड कर देती है यानि उस कंपनी को बैन कर देती है !

आज के समय में मार्केट में जितनी भी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी वर्क कर रही है ; उस कंपनी के पास सारे सरकारी दतावेज और प्रमाण पत्र हैं. या नहीं है ? और आप जिस कंपनी के साथ मिलकर अपना बिज़नेस कर रहे हे वो लीगल हे या नहीं इन सभी चीजों को चेक करें !

अगर आपको मेरी द्वारा दी हुई जानकारी अच्छी लगी और आपको इससे कुछ सीखने को मिला तो आप इसे पूरे आग की तरह फैला दिजिए अपने उन सभी ग्रुप के लोगों के पास टीम में और पूरे हिंदुस्तान में !

ऐसी जानकारी आप हमेशा चाहते हैं तो आप हमारी यूट्यूब चैनल Gaurav Panday को सब्सक्राइब करें और वेबसाइट पर विजिट करते रहे यहां पर काफी सारी चीजें दिए गएँ हैं जिसका आप सीख कर लाभ ले सकते हैं !

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विश यू ऑल द वेरी बेस्ट एंड वेरी वेरी गुड लक अ बिग success मिलते हैं अगले वीडियो में अगले ब्लॉग में आइए मिलकर कुछ नया करते हैं और एक बड़ा इतिहास रचते हैं !

                                          thank-you

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