Learn from Eagle How to Train Your Child

आज के इस लेख में हम देखेंगे Learn from Eagle How to Train Your Child. बाज़ से सीखें अपने बच्चे को प्रशिक्षण किस तरह देनी चाहिए !

बाज़ पक्षी जिसे हम 🦅 Eagle या शाहीन कहते हैं !
Source:- Google

इस तस्वीर में आप देख रहे हैं कैसे बाज़ अपने चुजें को पंजे में दबोच कर ऊपर आसमान की और ले जा रही है !

जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे चिचियाना सीखते हैं उस उम्र में एक मादा बाज़ अपने बच्चे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊंचा उड़ जाती है , पंछियों की दुनिया में ऐसी Though & Tight Training किसी और की नहीं होती है ! जिस तरह मादा बाज़ अपने बच्चे को प्रशिक्षण देती है !

मादा बाज़ अपने बच्चे को लेकर लगभग 12 किलोमीटर ऊपर चली जाती है ! जितने ऊपर हवाई जहाज उड़ा करते हैं और वह दूरी तय करने में मादा बाज़ को सिर्फ और सिर्फ 7 से 9 मिनट का समय लगता है ! यहां से शुरुआत होती है उस नन्हे चूजे की कठिन परीक्षा !उसे अब यहां पर बताया जाता है कि तू किस लिए जन्मा है ? तेरी दुनिया क्या है ? तेरी ऊंचाई क्या है ? तेरा धर्म बहुत ऊंचा है !

उसके बाद मादा बाज़ अपने चूजों को पंजों से छोड़ देती है !धरती की और ऊपर से नीचे आते वक्त लगभग 2 किलोमीटर उस चूजें को आभास भी नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है !

7 किलोमीटर के अंतराल आने के बाद उस चुजें के पंख जो कंजाइन से जकड़े हुए होते हैं वह खुलने लगते हैं ! लगभग 9 किलोमीटर आने के बाद उस चूजें के पूरे पंख खुल जाते हैं यह जीवन का वह पहला दौर होता है जब बाज़ का बच्चा का पंख फड़फड़ाता है !

अब धरती से वह लगभग 3000 मीटर दूर है लेकिन अभी भी वह उड़ना नहीं सीख पाया है धीरे – धीरे धरती के बिल्कुल करीब आता है जहां से वह देख सकता है अपने इलाके को !अब उसकी दूरी धरती के महज़ 700-800 मीटर होती है लेकिन उसका पंख अभी इतना मजबूत नहीं हुआ होता है कि वह उड़ सके !

धरती से लगभग 400-500 मीटर की दूरी पर उसे अब लगता है कि उसके जीवन का शायद अंतिम यात्रा है फिर अचानक से एक पंजा आकार उसे अपनी गिरफ्त में ले लेता है और अपने पंखों के दरमियान में समा लेता है ! यह पंजा उसकी मां का होता है जो ठीक उसके ऊपर चिपक कर उड़ रही होती है !

और उसकी यह Training निरंतर चलती रहती है जब तक कि वह उड़ना नहीं सीख जाता ! यह ट्रेनिंग एक Commando Training की तरह होती है तब जाकर दुनिया को एक बाज़ मिलता है जो अपने से 10 गुना अधिक वजनी प्राणी का भी शिकार करता है !

हिंदी में कहावत है ~ बाज़ के बच्चे मुंडेरों पर नहीं उड़ते……

सीख:- बेशक आप अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए पर उसे दुनिया की मुश्किलों से भी रूबरू कराइए , उन्हें लड़ना सिखाइए बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए !

वर्तमान समय के अत्यंत सुख सुविधाओं की आदत व अभिभावकों की बेहिसाब लाड प्यार ने मिलकर अपने बच्चों को “बॉयलर मुर्गे” जैसा बना दिया है जिसके पास मजबूत टांग तो है पर चल नहीं सकता , वजनदार पंख तो है पर उड़ नहीं सकता क्योंकि गमले के पौधे और जमीन के पौधों में बहुत फर्क होता है !

आपको मेरी द्वारा दी हुई जानकारी अच्छी लगी और आपको इससे कुछ सीखने को मिला तो आप इसे पूरे आग की तरह फैला दिजिए अपने उन सभी ग्रुप के लोगों के पास टीम में और पूरे हिंदुस्तान में !

ऐसी जानकारी आप हमेशा चाहते हैं तो आप हमारी यूट्यूब चैनल Gaurav Panday को सब्सक्राइब करें और वेबसाइट पर विजिट करते रहे यहां पर काफी सारी चीजें दिए गएँ हैं जिसका आप सीख कर लाभ ले सकते हैं !

Next किस टॉपिक पे ब्लॉग चाहतें हैं , वीडियो चाहते हैं आप कमेंट करके हमें जरूर बताइए ताकि हम उस पर रिसर्च करके आपके लिए वह वीडियो लेकर आ सके वह आर्टिकल लेकर आ सके जिससे आपको काफी सारे नॉलेज मिल सके !

Wish you all the very best & very-very Good Luck a Big Success.

मिलते हैं अगले वीडियो में अगले ब्लॉग में आइए मिलकर कुछ नया करते हैं और एक बड़ा इतिहास रचते हैं !

Leave a Comment